अचानकमार टाइगर रिजर्व वन्यजीव अभयारण्य, मुंगेली
POSTED BY :  Shivam ,  PUBLISHED :  10 JAN, 2018    UPDATED :  10 JAN, 2018
अचानकमार टाइगर रिजर्व वन्यजीव अभयारण्य, मुंगेली
1972 के वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार छत्तीसगढ़ का अचानकमार टाइगर रिजर्व वन्यजीव अभयारण्य 1975 में स्थापित किया गया था। 551.55 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस वन्यजीव अभ्यारण्य के आसपास के क्षेत्र ज्यादातर पहाड़ी है। यहां की ऊंचाई समुद्र तल से 200 से 1000 मीटर ऊपर है। अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध अभयारण्यों में से एक है। यहां तेंदुआ, बंगाल टाइगर और जंगली भैंसों जैसे असंख्य लुप्तप्राय प्रजातियां रहती हैं। अन्य जानवरों में चीतल, धारीदार लकड़बग्घा, कैनीस, आलस भालू, ढोले, सांभर हिरण, नील गाय, भारतीय चार सींग वाले मृग और चिंकारा भी शामिल हैं। पूरे जंगल में साल, साजा, बीजा और बांस के पेड़ भारी संख्या में पाये जाते हैं। घोंगापानी जलाशय अभयारण्य के रास्ते पर स्थित एक बांध है। यहाँ वन्य जीव बहुतायत संख्या में देखे जाते हैं, जो पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है. साथ ही यहां की प्राकृतिक सौदर्यता को देखकर पर्यटकों का मन भी प्रफुल्लित हो उठता है। यह रायपुर से 167 किलोमीटर दूरमुंगेली जिले में स्थित है।

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    Kilesh

    Best wildlife sanctuary for wildlife lover
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    Bhavesh

    One of the most famous wildlife sanctuaries in chhattisgarh